यदि भगवद् प्राप्ति करनी है तो निंदा, अपमान और अवज्ञा को सम्मान और स्तुति मान…
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श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज
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मैंने पहले आपको बताया है कि किस तरह लाड़ली जू की कृपा ने मुझे मेरे…
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सच कहूँ तो मेरे मन में कभी नहीं आया था कि मैं कभी वृंदावन आऊँगा।…
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एक दिन, काशी में, तुलसी घाट के किनारे, एक विशाल बरगद के पेड़ के नीचे…
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हम सभी सत्य से घिरे हुए हैं, लेकिन जब तक हम उसे महसूस नहीं करते…