एक बार देवर्षि नारद जी देवराज इंद्र के यहाँ से द्वारका पुरी जा रहे थे। …
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भक्त चरित्र
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रसिक मुरारी जी एक बहुत बड़े महाभागवत थे। वे अपने गुरु श्री श्यामानन्द महाप्रभु जी …
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आराध्य देव का आश्रय जब गुरु द्वारा मिलता है तो प्रभु से एक संबंध बन …
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श्री घाटम जी को जन्म से ही चोरी करने के संस्कार दिये गये थे। चोरी …
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एक चंपापुरी नाम का राज्य था जिसके राजा हंसध्वज जी थे। वो परम धार्मिक थे …
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प्रताप राय जी एक बहुत बड़े भक्त थे। उनका कुल परंपरा से क़र्ज़ देने का …
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उड़ीसा के एक गाँव में बंधु मोहंती नाम के व्यक्ति रहते थे। वे बहुत ही …
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चोखामेला जी महाराष्ट्र के एक गृहस्थ संत थे। वो बड़ी मेहनत से गृह निर्माण कार्य …
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महाराष्ट्र के एक गाँव में एक ब्राह्मण रहते थे। उनके घर में केवल चार लोग …
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दो भई थे। बड़े भाई कोल्ह जी थे, परम वैराग्यवान, वे तामसिक पदार्थों तो छूते …