यदि भगवद् प्राप्ति करनी है तो निंदा, अपमान और अवज्ञा को सम्मान और स्तुति मान …
यदि भगवद् प्राप्ति करनी है तो निंदा, अपमान और अवज्ञा को सम्मान और स्तुति मान …
चक्रवर्ती सम्राट महाराज भरत जी भगवान ऋषभदेव जी के ज्येष्ठ पुत्र थे। भगवान ऋषभदेव ने …
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् ॥ निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं, गिराज्ञानगोतीतमीशं …
ब्रह्मचर्य ही सबसे श्रेष्ठ तपस्या है ब्रह्मचर्य सबसे श्रेष्ठ तपस्या है। इससे बढ़कर कोई दूसरा …
अगर पत्नी मना करे कि प्रभु का नाम जपने या मंदिर जाने की आवश्यकता नहीं …
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