वीर्य ईश्वर की दी हुई वह शक्ति है जो भगवत् प्राप्ति में बहुत सहायता करती है। हमारी नई पीढ़ी इस बड़ी समस्या से झूँझ रही है। हस्तमैथुन से जीवन नष्ट हो जाता है। इसे मजाक न समझें। यदि आपको एक सुखद पारिवारिक जीवन चाहिए तो खिलवाड़ ना करें। अगर आपने यह आदत नहीं छोड़ी तो आप पारिवारिक जीवन और संतान उत्पत्ति के योग्य नहीं रहेंगे।
यदि अध्यात्म का पालन करना है तो ब्रह्मचर्य अत्यंत आवश्यक है। गृहस्थ आश्रम के लिये भी ब्रह्मचर्य जरूरी है। आप अपने आप को क्यों नष्ट कर रहे हैं? अगर आप अभी नहीं रुके तो कुछ करने के लायक़ नहीं बचेंगे। यदि आप ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करते हैं, तो निम्नलिखित कमियाँ जागृत हो जाएँगी, जो आपको आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ने से रोकेंगी और रोजमर्रा की जिंदगी से भी आपकी रुचि ख़त्म कर देंगी।
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मानसिक स्वास्थ्य पर हस्तमैथुन के दुष्प्रभाव
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यदि आप हस्तमैथुन से, स्वप्नदोष के कारण या अवैध संबंध होने के कारण वीर्य नाश करते हैं तो यह प्रभाव आपके मानसिक स्वास्थ्य पर दिखाई देंगे:
- आपके विचार सदैव वासना से भरे रहेंगे। आप हर समय केवल गलत बातों का चिंतन करेंगे।
- आपके अंदर हर समय हीन भावना बनी रहेगी। आप ख़ुद को दूसरों से कम समझेंगे।
- आप झूठ बोलकर और रूखा व्यवहार करके अपने बारे में कुछ छिपाना चाहेंगे, साथ ही (घमंड के कारण) यह भी दिखाना चाहेंगे कि आप कुछ हैं, लेकिन अंदर से आप खोखले होते जाएँगे।
- आपके चेहरे पर कभी ख़ुशी नज़र नहीं आएगी; आप सदैव दुःखी रहेंगे।
- आपका स्वभाव बहुत कठोर हो जाएगा, आप सभी के साथ कटु व्यवहार करेंगे।
- आप पर किसी भी कार्य को लेकर विश्वास नहीं किया जा सकता; आप किसी भी समय बदल सकते हैं और एक काम फोकस के साथ नहीं कर सकते।
- आपका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाएगा; गुस्सा अपनी नाक पर रखा होगा और छोटी-छोटी बातों पर आप गुस्सा हो जाएँगे।
- आप पागलों की तरह हर छोटी छोटी बात पर चिल्लाते रहेंगे।
- आप एक लाश की तरह जियेंगे, बेजान। आपमें कोई उत्साह और साहस बाकी नहीं रहेगा।
- आपकी कोई दैनिक दिनचर्या नहीं होगी और आप किसी भी आध्यात्मिक चीज़ में रुचि नहीं ले पायेंगे। आप कभी भी किसी साधना में संलग्न नहीं हो पायेंगे। यहाँ तक कि सुबह समय पर उठना भी आपके लिये कठिन हो जाएगा।
- आपका मन सदैव चिंताओं से ग्रसित रहेगा।
- छोटी-छोटी बातों में भी आपका दिल टूटने लगेगा।
- आपको हमेशा डर लगा रहेगा; छोटे छोटे दुख भी आपको पहाड़ जैसे लगेंगे।
- आप हमेशा यही सोचते रहेंगे कि आगे क्या होगा।
- आपको नाटक, सीरियल, गंदी बातें और अश्लील चित्र देखने में बहुत रुचि हो जाएगी।
- स्मरण शक्ति का क्षीण हो जाना। आप कई बार कोशिश करके भी कुछ याद नहीं रख पायेंगे। यदि ब्रह्मचर्य का पालन किया जाए तो कोई भी बात एक बार सुनने पर 100 वर्ष तक भी याद रह सकती है।
- उनका मन कमजोर हो जाएगा। आपके लिए इंद्रियों के विषयों से हटकर ईश्वर पर ध्यान केंद्रित कर पाना असंभव हो जाएगा।
- आप बार-बार संकल्प और वादे करेंगे लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पायेंगे। आप सोचेंगे कि आज से मैं ऐसा नहीं करूंगा, लेकिन हर बार असफल होंगे। आप हर काम बीच में ही छोड़ देंगे।
- आप छोटी-छोटी गलतियों पर क्रोधित हो जाएँगे और थोड़े से लाभ पर अभिमान से फूल जाएँगे।
- आप कठोर बातें बोलेंगे और आपका स्वभाव अप्रिय हो जाएगा। लोग आपको पसंद नहीं करेंगे।
- आप जीवन में उत्साह खो देंगे। ना तो आपका मन काम में लगेगा ना ही आप परिवार में रुचि लेंगे। आप आध्यात्मिक पथ पर भी नहीं चल पायेंगे।
- छोटी-छोटी बातों में आप ख़ुद को अपमानित महसूस करेंगे।
शारीरिक स्वास्थ्य पर हस्तमैथुन के दुष्प्रभाव
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जो लोग हस्तमैथुन से, स्वप्नदोष के कारण या अवैध संबंध होने के कारण वीर्य नाश करते हैं, उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर यह प्रभाव दिखाई देते हैं:
- जो व्यक्ति ब्रह्मचर्य को नष्ट कर देता है वह कुरूप, बदसूरत चेहरे और आंखों वाला हो जाता है और अपनी चमक और आकर्षण खो देता है।
- चेहरे पर दाग-धब्बे और झुर्रियां नजर आने लगती हैं।
- आंखें सुस्त हो जाती हैं और हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
- बाल सफ़ेद होने लगते हैं और बाल झड़ने भी लगते हैं।
- वे थोड़ा सा प्रयास करने पर ही थक जाते हैं और हांफने लगते हैं।
- वे दुर्बल हो जाते हैं।
- बार-बार भूख लगने लगती है क्योंकि उनका लीवर कमजोर हो जाता है।
- पाचन अग्नि कमजोर होने के कारण उन्हें ज्यादातर समय कब्ज की शिकायत रहती है।
- या तो उन्हें नींद नहीं आएगी या फिर घंटों सोने के बाद भी वे हमेशा आलसी बने रहेंगे। उनकी आंखें हमेशा भारी रहेंगी।
- बिना वजह हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द होता है।
- थोड़ा सोचने पर भी सिरदर्द हो जाता है।
- बिना कोई दृश्य देखे या कोई क्रिया किए स्वप्नदोष हो जाता है। वीर्य नष्ट हो जाता है।
- वीर्य इतना पतला हो जाता है कि बिना प्रयास किए ही पेशाब करते समय भी वीर्यपात हो जाता है।
- इससे नपुंसकता तक हो सकती है।
- उन्हें कानों से लगातार आवाजें सुनाई देने लगती हैं।
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना।
- हथेलियों, तलवों, हाथों और पैरों पर पसीना आना।
- छोटे-छोटे काम करने में भी हाथ कांपने लगते हैं।
- यहां तक कि एक छोटा सा मौसमी बदलाव भी उन्हें बीमार कर सकता है। थोड़ी सी गर्मी या थोड़ी सी सर्दी बीमारी का कारण बन जाती है। प्रकृति की मार उनसे तनिक भी सहन नहीं होती।
- चेहरे पर दाने निकल आते हैं।
- कभी-कभी आँखों के आगे अँधेरा छा जाता है; व्यक्ति खड़े होते समय अचानक शून्य और बेहोश हो जाता है।
- आंखों में जलन होना, बिना किसी कारण आंखों से पानी आना।
- कमर, रीढ़ और छाती में दर्द होना।
- रीढ़ की हड्डी कमजोर हो जाती है और वे सीधे बैठने की क्षमता खो देते हैं।
- मसूड़ों में सूजन, मुंह से दुर्गंध, शरीर के पसीने से दुर्गंध।
- नाक के किनारों पर धीरे-धीरे कालापन बढ़ने लगता है, जो धीरे-धीरे गालों तक फैल जाता है।
- छाती की हड्डियाँ दिखाई देने लगती हैं।
हस्तमैथुन कैसे रोकें: केवल यह आपको बचा सकता है
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यह सब अभ्यास का खेल है। चूँकि आप इस बुरी आदत का अभ्यास कर रहे हैं, इसी लिये आपकी यह स्थिति हुई है। लेकिन अभी भी देर नहीं हुई, सही अभ्यास आपको बचा सकता है। हमारी नई पीढ़ी इस बुरे आचरण का कारण बर्बाद हो रही है; आप अकेले नहीं हैं। मैंने इस मुद्दे के बारे में आप जैसे युवाओं से कई बार सुना है। वे पीठ दर्द, पूरे दिन चक्कर आना, हर समय घबराहट महसूस होना और बिना कोई क्रिया करने पर भी वीर्य निकलने की समस्या के बारे में बात करके यह आकर रोते हैं। यह सब उस उम्र में जब इंसान को ऊर्जा और उत्साह से भरपूर होना चाहिए।
मेरा विश्वास करें, अभी भी देर नहीं हुई है। अभी भी उम्मीद है। सब ठीक हो जाएगा, आप ठीक हैं। आप फिर से एक स्वस्थ इंसान बन सकते हैं। यदि आप सुधार करना चाहते हैं तो यहां कुछ नियम दिए गए हैं:
- आपको शुरुआत में किसी भी तरह से अपने हाथों को हस्तमैथुन से रोकना होगा। अगर आप अकेले हों तो आपका स्मार्टफोन आपसे ग़लत काम करवाएगा, उसे छोड़ दें। यह हस्तमैथुन का सबसे बड़ा कारण है, क्योंकि यह आपको बिना किसी सुरक्षा या सीमा के ग़लत चित्रों और फ़िल्मों को आसानी से देखने देता है। ऐसा बटन वाला मोबाइल रख लें जिस्म इंटरनेट ना हो। छोटे मोबाइल होने के कारण अपने आप को दूसरों से कम ना समझें, असली पूँजी तो वीर्य है जो अभी नष्ट हो रहा है, उसकी रक्षा सबसे पहले करें।
- बुरी संगत से बचें। बॉयफ्रेंड, गर्लफ्रेंड या लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से बचें।
- थोड़ा टहलें और व्यायाम करें। कुछ ऐसा शारीरिक कार्य करें जिससे आपको थकान हो।
- सुबह जल्दी उठें और कुछ मिनट ध्यान करें। मैं राधा-राधा जपने का सुझाव दूँगा। बस हर दिन कुछ मिनट के लिए राधा-राधा का जप करें। इसके अलावा, हर दिन कुछ मिनटों के लिए सत्संग सुनें।
इस राधा नाम में अपार शक्ति है। बस राधा राधा का जप करें, और आपको अंतर दिखाई देगा। लेकिन यदि आपको परिणाम न दिखे तो 2-3 दिन में हार न मानें। यह पक्का काम करेगा; मेरी बात मान लीजिए। कृपया हार मत मानिए। रोग बहुत समय से है इसलिए उपाय (नाम जप) में भी समय लगेगा। इससे ऊबना मत, और हार मत मानना; आपको जल्द ही चमत्कार दिखेगा।
यदि संभव हो, और यदि आप अपने रोज़मर्रा के जीवन से ऊब गए हों, तो वृन्दावन आइये। यह पवित्र संतों की तपस्थली है। यह आपको शुद्ध कर देगा। बुरे कर्म और बुरी संगति ही आपकी इस स्थिति का कारण है। चिंता ना करें; राधा राधा जपें।
मार्गदर्शक: श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज जी