चक्रवर्ती सम्राट महाराज भरत जी भगवान ऋषभदेव जी के ज्येष्ठ पुत्र थे। भगवान ऋषभदेव ने …
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जून 2025
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ब्रह्मचर्य ही सबसे श्रेष्ठ तपस्या है ब्रह्मचर्य सबसे श्रेष्ठ तपस्या है। इससे बढ़कर कोई दूसरा …
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नमामीशमीशान निर्वाणरूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् ॥ निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं, गिराज्ञानगोतीतमीशं …
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नाम और मंत्र निरंतर चलते रहें, इसके लिए साधक को अपने भोजन में सुधार करना …
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अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं ।हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपते रखिलं मधुरं …