हम ऐसा सोचें कि दो-चार लाख छल कपट से कमा लें और उसमें से कुछ…
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अप्रैल 2024
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अपनों के स्वरूप को आपने जाना नहीं, केवल उनके शरीरे को ही तो अपना माना…
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कर्मचन्द और धर्मचन्द नाम के दो भाई थे। धर्मचन्द भगवत् भक्त थे और कर्मचन्द विषयी…
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मृत्यु को क्यों टालना चाहते हैं आप? दस दिन बाद जाएँ या आज, क्या फ़र्क़…
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श्री वृंदावन में श्री सनातन गोस्वामी जी के सामने महावन में एक लीला स्फुरित हुई।…
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नर्क लोक त्रिभुवन का दंड विभाग है। जो रोग हैं, नाना प्रकार के संकट हैं,…
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वीर्य शरीर से दो तरीक़े से निकलता है। सबसे ज्यादा हानिकारक है उस वीर्य का…
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आजकल हर कोई जरूरत से ज्यादा सोचता है। आज किसका मन एकाग्र, शांत और ईश्वर…
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किसी की सामर्थ्य है क्या कि हम पर प्रेत बाधा छोड़ सके? जो चाहे जिसके…
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एक बूढ़े ब्राह्मण तीर्थ यात्रा करना चाहते थे। उनके ख़ुद के बच्चे थे पर वो…